अयोध्या। मंडलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में चौदहकोसी एवं पंचकोसी परिक्रमा मार्गों के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण संबंधी कार्यों के प्रगति की समीक्षा बैठक आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित की गई। मंडलायुक्त ने पंचकोसी, चौदहकोसी परिक्रमा मार्ग के चौडीकरण से प्रभावित सभी भूस्वामियों के रजिस्ट्री की प्रगति आदि सम्बन्धी जानकारी सम्बन्धित अधिकारियों से प्राप्त की तथा जिन बैनामो में समस्यायें आ रही थी उनके सम्बन्ध में एक-एक कर जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बन्धित को आवश्यक दिशानिर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि जिन जिन भूखंडों में विवाद की स्थिति है उनकी एक सूची बना ले और अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर आपसी सुलह समझौते के माध्यम से विवाद निस्तारण कराते हुए वास्तविक भूखंड स्वामियों से सहमति प्राप्त करते हुए कब्जा प्राप्त करना सुनिश्चित करें। मंडलायुक्त ने बैनामे एवम मुआवजा वितरण के उपरांत जनौरा सहित अन्य प्रमुख स्थानो पर कब्जा प्राप्ति की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इसी सफ्ताह में सभी बैनामे एवम आर0एंड आर0 का वितरण सुनिश्चित कराते हुए ध्वस्तीकरण हेतु जेसीबी की संख्या बढ़ाई जाय तथा निरंतर अंतराल पर जेसीबी के माद्यम से ध्वस्तीकरण वृहद स्तर पर किया जाय और इसके सम्बन्ध में प्रभावित दुकानदारो/भू स्वामियों को पूर्व की भांति विज्ञप्ति के माद्यम जागरूक भी करते रहे। इसके अतिरिक्त मंडलायुक्त ने निर्माणाधीन रामपथ के कार्यों के प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि रामपथ में जहां जहां पर जन सुविधाओं यथा शौचालयो,बस वे सहित अन्य सुविधाओ की स्थापना किया जाना है उसका कार्य तत्काल प्रारम्भ किया जाय।
बैठक में उपस्थित जिलाधकारी नितीश कुमार ने कहा कि 14 कोसी व पंचकोसी परिक्रमा मार्ग में चौराहों,मोड़ो और जिन स्थलों पर जनसुविधाओं हेतु अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता हो उन स्थलों पर इसी समय अतिरिक्त भूमि का क्रय कर लिया जाय जिससे कि बाद में कोई समस्या न उत्पन्न हो। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह,अपर जिलाधिकारी (वि/रा) महेंद्र कुमार सिंह ,अपर जिलाधिकारी(एल ए) प्रभाकांत अवस्थी,ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर विशाल कुमार,डी एफओ सितांशु पांडेय, सहायक अभिलेख अधिकारी रामकुमार शुक्ल, अधीक्षण अभियंता पी डब्लू डी,आई जी स्टाम्प,तहसीलदार सदर, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड, निर्माण खंड तीन व चार के साथ ही समस्त टीमों के सहायक अभियंतागण, जेई, लेखपाल, कानूनगो व अन्य कर्मी एवं अधिकारी उपस्थित रहे।