बसखारी अंबेडकर नगर। नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा का बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही शबाना खातून की करारी शिकस्त के बाद दबंग छवि रखने वाले उनके पति सैयद गौस अशरफ ने दलगत राजनीति से सन्यास ले लिया। हालांकि वह निर्दल रूप से सामाजिक व राजनीतिक क्रियाकलापों में सक्रिय रहेंगे। दलगत राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा सोशल मीडिया पर करते हुए सैयद गौस अशरफ ने नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में ओंमकार गुप्ता की जीत को ऐतिहासिक बताया और उन्हें शुभकामनाएं दी। बता दें कि सैयद गौस अशरफ निर्दल व बसपा के टिकट पर नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा का अध्यक्ष पद का चुनाव अपनी पत्नी शबाना खातून को 3 बार जीता चुके हैं। और2023 के नगर निकाय चुनाव में चौथी बार अपनी पत्नी को बसपा के टिकट पर अशरफपुर किछौछा का अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ाते हुए चुनावी मैदान में थे। इस चुनाव में उनकी सारी गणित फेल रही और उनकी पत्नी को इस चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा और 2818 मत पाकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई। हालांकि 2017 के नगर निकाय चुनाव में उन्हें 3104 मत पाकर वह विजयी रही थी।