◆ स्मार्ट क्लास में 75 इंच के प्रोजेक्टर पर बच्चों को पढ़ाया जा रहा करिकुलम, दीक्षा पोर्टल से कनेक्ट कर विभिन्न एजुकेशनल कॉन्टेंट तक रीच हुई आसान
अयोध्या। योगी सरकार ने राज्य के बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों के कायाकल्प के लिए एक बीड़ा उठाया है। प्रदेश के विद्यालयों को आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल के साथ उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने का माध्यम बनाया जा रहा है जहां गरीबों के बच्चों को भी कॉन्वेंट स्कूलों के तर्ज पर सुविधाएं मिलें। रामनगरी में स्कूलों को ’स्मार्ट’ बनाने पर यूपी सरकार फोकस कर रही है। अयोध्या जनपद में अब तक 626 स्कूलों को स्मार्ट क्लास के रूप में कन्वर्ट किया गया है। यहां आधुनिक तकनीक की मदद से गुणवत्तापूर्ण पढा़ई कराई जा रही है। स्मार्ट क्लास में 75 इंच के प्रोजेक्टर पर बच्चों को करिकुलम पढ़ाया जा रहा है। साथ ही, दीक्षा पोर्टल से इसे कनेक्ट कर विभिन्न एजुकेशनल कॉन्टेंट के प्रसार को बच्चों के लिए आसान बनाया जा रहा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार ने बताया अयोध्या मे शिक्षा प्रणाली में आधुनिक तकनीक का समावेश करने के लिए एक व्यापक योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत, बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों को इंटरैक्टिव बोर्ड, डिस्प्ले और आधुनिक ऑडियो-विजुअल सेटअप से युक्त किया गया है। यह कदम न केवल शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाएगा बल्कि छात्रों के लिए एक बेहतर लर्निंग एक्सपीरियंस भी सुनिश्चित करेगा। स्मार्ट क्लास में छात्रों को ऑनलाइन संसाधनों तक आसानी से पहुंच मिलती है। छात्रों को पढ़ने में ज़्यादा मज़ा आता है और वे तनाव से बचे रहते। योगी सरकार के विजन अनुसार इस सत्र में अयोध्या के सभी स्कूलों को स्मार्ट क्लास के रूप में बदलने पर हो रहा है काम। वही कॉन्वेंट स्कूल्स की तर्ज पर सरकारी विद्यायलों में पुस्तकालय व कंप्यूटर रूम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
स्मार्ट क्लास शिक्षा का एक आधुनिक तरीका है जिसमें डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल करके सीखने का अनुभव बेहतर किया जाता है। स्मार्ट क्लास में, छात्रों को पढ़ाने के लिए इंटरैक्टिव व्हाइटबोर्ड, प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, मल्टीमीडिया डिवाइस, और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसे उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता हैं।