मिल्कीपुर, अयोध्या। मिल्कीपुर तहसील मुख्यालय पर मुख्य राजस्व अधिकारी सतीश कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में क्षेत्र से 298 फरियादियों ने अपनी शिकायतें पेश की। जिनमें से 05 मामलों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। दिवस में कुमारगंज थाना क्षेत्र के मरूई गणेशपुर निवासी सत्यनारायण तिवारी ने शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि विद्युत विभाग द्वारा ग्राम सभाओं में मानक के विपरीत विद्युत कनेक्शन दिए जा रहे हैं जो 40 मीटर तक केबल कनेक्शन मान्य है। लेकिन विद्युत विभाग के अवर अभियंता व लाइनमैन द्वारा नियम कायदे को ताक पर रखकर 200 मीटर व उससे अधिक दूरी का देवता प्रसाद निवासी मरूई गणेशपुर को केबल कनेक्शन दिया गया है। एसडीएम ने उपखंड अधिकारी को जांच कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। वहीं दूसरी ओर तेंधा गांव निवासी मोहनलाल गुप्ता ने शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि पालपुर गांव में स्थित सीलिंग की भूमि पर भरत लाल पुत्र माता प्रसाद द्वारा पक्की दीवार बनाकर अवैध कब्जा किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि जांच में विपक्षी का अवैध कब्जा सीलिंग रूम पर पाया गय लेकिन तहसील प्रशासन द्वारा अभी तक अवैध निर्माण को हटवाया नहीं गया है। अवैध कब्जे को हटाने के लिए विगत 3 वर्षों में वह संपूर्ण समाधान दिवस, संपूर्ण थाना समाधान दिवस, जिला अधिकारी सहित मुख्यमंत्री के जन सुनवाई शिकायत पोर्टल पर 17 बार शिकायत की है। जहां एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक को जांच कर अवैध कब्जे को तत्काल हटाए जाने का निर्देश दिया। वही दिवस में बीपीएल जल जीवन मिशन के लीगल एडवाइजर नीरज मिश्रा ने शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि कुरावन व खिहारन में पानी की टंकी का निर्माण कार्य नहीं होने दिया जा रहा है। जिस पर एसडीएम ने क्षेत्रीय लेखपाल को तलब कर जमीन की नाप करा कर निशानदेही करने का निर्देश दिया। वही धरौली गांव निवासी कृपाराम तिवारी ने शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि उनके दरवाजे पर ग्राम पंचायत निधि द्वारा लगाया गया खड़न्जे गांव के राम अनुज दुबे, गिरीश दुबे व उमापति दुबे ग्राम प्रधान की सांठगांठ से उखाड़ दिया और अब दोबारा बनने में अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है। इस दौरान प्रमुख रूप से एसडीएम राजीव रतन सिंह, तहसीलदार पवन कुमार गुप्ता, नायब तहसीलदार श्वेताभ सिंह, उपखंड अधिकारी मिल्कीपुर अमित कुमार सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी व प्रतिनिधि मौजूद रहे।